गिनती 9:22

Study

       

22 वह बादल चाहे दो दिन, चाहे एक महीना, चाहे वर्ष भर, जब तक निवास पर ठहरा रहता तब तक इस्त्राएली अपने डेरों में रहते और प्रस्थान नहीं करते थे; परन्तु जब वह उठ जाता तब वे प्रस्थान करते थे।


Commentary on this verse  

By Henry MacLagan

Verse 22. Or whether the conjunction of good and truth be from obedience, from faith or from love, obscurity of state involves delay, but the removal of obscurity means progress.