गिनती 1:35

पढाई करना

       

35 और मनश्शे के गोत्र के गिने हुए पुरूष बत्तीस हजार दो सौ थे॥


इस श्लोक पर टीका  

द्वारा Henry MacLagan

Verse 35. Has a quality according to ordination and arrangement, of completeness of the conjunction of charity and faith.