लैव्यव्यवस्था 27:18

പഠനം

       

18 और यदि वह अपना खेत जुबली के वर्ष के बाद पवित्र ठहराए, तो जितने वर्ष दूसरे जुबली के वर्ष के बाकी रहें उन्हीं के अनुसार याजक उसके लिये रूपये का हिसाब करे, तब जितना हिसाब में आए उतना याजक के ठहराने से कम हो।


ഈ വാക്യത്തിന്റെ വ്യാഖ്യാനം  

വഴി Henry MacLagan

Verse 18. But if this state of worship is not derived from such inmost conjunction, but looks forward to it, then from good its quality will be according to acquired truth implanted in good during the course of regeneration, and consequently will be less perfect in the beginning.