गिनती 1:30

പഠനം

       

30 और जबूलून वे वंश के जितने पुरूष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष वा उससे अधिक अवस्था के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे, वे सब अपने अपने नाम से गिने गए:


ഈ വാക്യത്തിന്റെ വ്യാഖ്യാനം  

വഴി Henry MacLagan

Verse 30. Also during regeneration, the heavenly marriage as to its spiritual and celestial life, and according to its specific quality, intelligence in truths, the reception of the good of truth, and capacity for the spiritual conflict.